राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र - दिल्ली में रहते करीब 15 साल हो गए हैं, और इस से पहले भी तमाम बचपन यहाँ आता रहा हूँ. पर कभी कभी बड़ी शर्म सी महसूस करता हूँ कि "जीवन की आप धापी" में यहाँ बिखरे पड़े इतिहास के अनमोल खजानों से दिली तौर पर रु-ब-रु नहीं हो पाया हूँ. इस लिए कोशिश रहती है कि इस काम को धीरे धीरे अंजाम दिया जाये.
कई दिन की ठिठुराती सर्दी के बाद जब इस रविवार पारा उठा और धूप चमकी तो अपने आपको कुतुब मीनार परिसर में पाया. इस जगह के बारे में कहने की तो कोई जरूरत ही नहीं हैं.
अपने मोबाइल कैमरे की परिमिति से मार खाते हुए भी कुछ तसवीरें आपके लिए:
Very nice , even with yr cellphone cam.
ReplyDeleteUnbelievable pics...specially from a mobile cam...Rahul they are brilliant clicks...u have an eye which i wud appreciate a lot.....keep going :)
ReplyDeletesuraj ne har photo pe char chand laga diye
ReplyDeletephotography ki tareef bhi hai
@ Lucky Bhai - Dhanyavaad.
ReplyDelete@ Ila - Unbelievable? Coming from you, its hugely motivating.
ReplyDelete@ Niks - सूरज के बहाने आपने धीरे से जो फोटोग्राफी की शान में कहा है, उसके लिए शुक्रिया.
ReplyDeleteQutub Minar ka sair karane ke liye dhanyavad. Really beautiful Pictures.
ReplyDeleteMaza Agaya.
S V Bhatt
Pix are all full of Sur, RaGa. Great shots
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